नया साल.........(दुष्यंत कुमार)

4:51 AM

नया साल आए , नया दर्द आए ,
मैं डरता नहीं हूँ , हवा सर्द आए ।
रहे हड्डियों में ज़रा भी जो ताक़त ,
रहे पथ सलामत , रहे पथ सलामत ,
बड़ी गर्द आए , पड़ी गर्द आए ।

नया साल आए , नया दर्द आए !

.
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दुष्यंत कुमार

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